बैकफुट पर आया रायपुर कृषि विश्वविद्यालय शिक्षक संघ, बगैर सूचना के स्थानीय कुलपति की मांग को लेकर कर रहे थे आंदोलन , पढ़ें पूरी खबर - गुरुआस्था न्यूज़


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 बैकफुट पर आया रायपुर कृषि विश्वविद्यालय शिक्षक संघ, बगैर सूचना के स्थानीय कुलपति की मांग को लेकर कर रहे थे आंदोलन  

रायपुर - स्थानीय कुलपति की नियुक्ति करने की मांग को लेकर चल रहे विवाद के बीच इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय का शिक्षक संघ बैकफुट पर आ गया है। बढ़ते विवाद के बीच शनिवार को शिक्षक संघ ने राज्यपाल अनुसुईया उइके से मुलाकात कर दोबारा इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न होने की बात कही है। इधर आशंका जताई जा रही थी कि प्रदर्शनकारियों पर बड़ी कार्रवाई हो सकती थी। इसके मद्देनजर दबाव में आकर शिक्षक संघ ने अपनी बातों को मजबूती से रखने की बजाय बैकफुट पर आना ही उचित समझा है।

बगैर सूचना के ही किया था प्रदर्शन

बीते बुधवार को विवि के शिक्षक संघ ने बिना सूचना दिए अस्थायी कुलपति नियुक्ति की मांग को लेकर राजभवन के पास प्रदर्शन किया था। इससे होकर राजभवन ने सीधे विवि प्रशासन को पत्र भेजकर संबंधित प्रदर्शनकारियों की जानकारी मांगी थी। आनन-फानन में विवि प्रशासन ने 15 विभागाध्यक्ष को मेल करके जवाब-तलब किया था। घटना को लेकर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय शिक्षक संघ रायपुर के महासचिव डा. पीके संगगोड़े के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की।

समन्वय से पहल की जानी चाहिए-राज्यपाल

राज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल से कृषि विश्वविद्यालय के समसामयिक विषयों और गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि किसी भी विषय पर गतिरोध से नहीं, बल्कि समन्वय से पहल की जानी चाहिए। इस दौरान शिक्षक संघ ने गत दिनों में निर्मित हुई अप्रिय स्थिति के लिए खेद जताया और इसकी पुनरावृत्ति न होने की बात कही। संघ ने विश्वविद्यालय और अधिकारियों-कर्मचारियों से जुड़ी समस्याओं से अवगत कराया। इस अवसर पर डा. गजेंद्र चंद्राकर, डा. संजय शर्मा, डा. जीपी बंजारा और डा. हेमंत देवांगन उपस्थित रहे।

कमेटी ने सौंपे नाम

इधर कृषि विश्वविद्यालय में कुलपति चयन के लिए गठित कमेटी ने चार से पांच नाम राजभवन को सौंप दिए, लेकिन अभी तक कुलपति का चयन विचारधीन है। बताया जाता है कि एक या दो दिन में नई कुलपति के नाम का एलान कर दिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक इसमें स्थानीय और बाहर के लोगों के नाम होना भी बताया जा रहा है।

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