टूलकिट के जरिए सरकार के खिलाफ लोगों को भड़काने और दुनिया में भारत की छवि बिगाड़ने का षड्यंत्र रचा गया .....पूर्व मंत्री ने पत्रकार वार्ता कर कांग्रेस की देशद्रोही नीति पर की क़डी निंदा

बिलासपुर - टूल किट के मामले को लेकर खुद को फंसता देख कर आलाकमान के निर्देश के बाद देशभर में कांग्रेसी उल्टे भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और डॉक्टर संबित पात्रा के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराने जुट गये है। इस बीच लगातार हो रहे खुलासे के बाद कांग्रेस इस मामले में बुरी तरह फंसती नजर आ रही है। कांग्रेसी टूलकिट के मामले में भाजपा ने खुलासा किया है कि यह टूलकिट कांग्रेस ने तैयार की है। डॉ संबित पात्रा ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सबूत पेश किए। कोरोना काल में राजनीतिक लाभ लेने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ, देश की छवि भी खराब करने के मकसद के साथ सौम्या वर्मा ने यह टूल किट तैयार किया है। सौम्या कांग्रेस सांसद एम वी राजीव गौड़ा के ऑफिस में काम करती है। डॉक्टर पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सौम्या वर्मा के सोशल मीडिया अकाउंट्स का ब्यौरा और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तथा गौड़ा के साथ उनकी कुछ तस्वीरें भी साझा की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कल तक पूछ रही थी कि टूल किट किसने तैयार किया है, तो अब यह खुलासा हो चुका है कि टूलकिट तैयार करने वाली सौम्या वर्मा एआईसीसी के शोध विभाग में काम करती है।
डोमेन एक्सपर्ट और कांग्रेस रिसर्च सेल की सदस्य सौम्या वर्मा द्वारा टूलकिट तैयार करने के आरोप लगाने के बाद देशभर में जब कांग्रेसी उनके ही खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराने लगे तो भाजपा नेताओं को आगे आना पड़ा। बिलासपुर में भी पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान आश्चर्यजनक रूप से देखा गया कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया द्वारा भारत की तीखी आलोचना की जा रही है। जिस तरह भारत की व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए गए, भारत को सुपर स्प्रेडर बताया गया और फिर इसे इंडियन रेडिएंट कहा जाने लगा, उससे सभी अचंभित थे। लेकिन इसी दौरान एक ऐसा टूलकिट सामने आया जिससे यह पता चला कि यह सब कुछ एक सुनियोजित षड्यंत्र का हिस्सा था।

स्थानीय भाजपा कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए अमर अग्रवाल ने कहा कि देश को बदनाम करने के लिए सोची समझी रणनीति तैयार की गई थी, ताकि भारत की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खराब कर इसका राजनीतिक लाभ लिया जा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि इस महामारी के दौर में भी कांग्रेस भ्रम फैलाकर
इस महामारी के दौर में भी कांग्रेस भ्रम फैलाकर


राजनीतिक रोटियां सेकने में जुटी हुई है। उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस की हैसियत अब राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष की भूमिका वाली भी नहीं रही उसके बावजूद भी किसी भी राजनीतिक दल का अधिकार होता है कि वह सरकार की आलोचना करें, प्रधानमंत्री की आलोचना भी स्वीकार्य है लेकिन राजनीतिक लाभ के लिए देश के साथ द्रोह करना किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं हो सकता। देश की छवि को तार-तार करने के इस प्रयास को उन्होंने देशद्रोह करार दिया। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कोरोना के पहले चरण में जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे चाइनीस वायरस कहा था तो तत्काल चीन ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी लेकिन भारत का यह कैसा राजनीतिक दल है जो स्वयं अपने ही देश को कलंकित करते हुए कभी इसे इंडियन वायरस तो कभी मोदी वायरस कह रहा है। इसका उदाहरण पेश करते हुए उन्होंने कहा कि शशि थरूर से लेकर राहुल गांधी तक के ट्वीट देखे जा सकते हैं कि किस तरह से टूलकिट का पालन किया जा रहा था।

एक समय कांग्रेस इसे मोदी का वेक्सिन बता रही थी लेकिन आज यही वैक्सीन कांग्रेसियों के बच्चों का वैक्सीन बन चुका है और ऐसा यूं ही नहीं हुआ है। इसके पीछे गहरा षड्यंत्र है। टूल किट में नए वेरियंट को चीनी नहीं इंडियन वायरस और मोदी वायरस कहने की हिदाय दी गई है। वही कोरोनावायरस से हुई मृत्यु के जमकर प्रचार की भी बात की गई है। जैसा कि मीडिया में किया भागया। जलती चिताओं के फोटो सोशल मीडिया पर जमकर प्रसारित करना भी इसी टूल किट का हिस्सा था। केंद्रीय मंत्रियों पर सोशल मीडिया में दुष्प्रचार भी इसी के तहत चलाए गए वर्ल्ड मीडिया की भारत विरोधी खबरों को शेयर करने और प्रचारित करने की बात भी इसी टूलकिट में कही गई थी। साथ ही पीएम केयर्स फंड का .मीम चलाकर मजाक भी इसी के तहत बनाया गया। पीएम केयर से मिले वेंटीलेटर्स को खराब बताकर उसके पोस्ट्स भी इसी के तहत डालने का आरोप श्री अग्रवाल ने लगाया।

दिल्ली में अलग-अलग दफ्तरों के लिए भारत सरकार 1000 करोड़ रुपए सालाना किराए के रूप में देता है, जो पिछले 70 सालों से दिया जा रहा है, लेकिन इसे खत्म करने के लिए केंद्र की सरकार 970 करोड रुपए का प्रोजेक्ट सेंट्रल विस्टा के रूप में लाई है। इससे देश का करोड़ों रुपए हर साल बचेगा लेकिन कांग्रेसी इसे देश की संपत्ति की वजह नरेंद्र मोदी की निजी संपत्ति के तौर पर प्रचारित कर रही है। यह भी इसी षड्यंत्र का हिस्सा है। इधर इस टूल किट का मामला सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंचा है। वकील शशांक शेखर झा ने याचिका लगाकर पूरे मामले की एनआईए से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि टूलकिट के जरिए सरकार के खिलाफ लोगों को भड़काने और दुनिया में भारत की छवि बिगाड़ने का षड्यंत्र रचा गया है। 

उन्होंने यह भी मांग की है कि अगर दोष साबित हो जाए तो देशद्रोही पार्टी कांग्रेस की मान्यता रद्द की जाए। स्वामी रामदेव ने भी कहा है कि इस टूल किट के माध्यम से कुंभ मेला, सनातन हिंदू धर्म को बदनाम करने की साजिश की गई है। यह बताने की कोशिश की गई है कि देश में कोरोना का प्रसार कुंभ मेला और मोदी की रैली की वजह से हुआ तो वही मुस्लिम पर्व को लेकर उदारवादी रवैया अपनाया गया। कांग्रेसी इसे अब भी फर्जी टूलकिट कह रही है और यही कारण है कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा वरिष्ठ नेता बीएल संतोष, स्मृति ईरानी, डॉ संबित पात्रा और अन्य नेताओं के खिलाफ देशभर में मामले दर्ज कराए जा रहे हैं। इससे पहले भी शाहीन बाग आंदोलन और किसान आंदोलन के नाम पर इसी तरह के टूल किट सामने आ चुके हैं,  जिससे समझ में आ रहा है कि सत्ता से बाहर रहने वाला दल किस तरह से सत्ता में वापसी के लिए छटपटाहट के दौर से गुजरते हुए देश के खिलाफ ही दुष्प्रचार पर उतर आया है।
पत्रकार वार्ता के दौरान अमर अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेसी इस मामले में खूब झूठ बोले, खूब शिकायत करें, जहां चाहे f.i.r. करा दे, लेकिन भाजपा इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएगी और जनता ही अब इस मामले पर फैसला करेगी पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कांग्रेसी टूल किट और कांग्रेस की रणनीति की कड़ी निंदा की।

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